केला विकास योजना 2025 – बिहार के किसानों के लिए सुनहरा मौका

केला विकास योजना 2025

नमस्कार दोस्तों, आप सभी का हमारे नए आर्टिकल में स्वागत है। दोस्तों, आज के इस आर्टिकल में हम आपको एक बेहद महत्वपूर्ण योजना के बारे में बताने जा रहे हैं, जिसका सीधा फायदा बिहार के किसानों को मिलने वाला है। इस योजना का नाम है केला विकास योजना (Kela Vikas Yojana)। आप सभी को बताते चलें कि यह योजना मुख्यमंत्री बागवानी मिशन (Mukhyamantri Bagwani Mission) के अंतर्गत आती है, जिसे बिहार सरकार के कृषि विभाग ने शुरू किया है। इसका मुख्य उद्देश्य बिहार राज्य में बागवानी फसलों की व्यावसायिक खेती (Commercial Farming) को बढ़ावा देना है।

योजना का उद्देश्य क्या है?

दोस्तों, जैसा कि आप जानते हैं कि आज के समय में परंपरागत खेती के साथ-साथ बागवानी फसलों की खेती भी किसानों के लिए बहुत लाभकारी हो रही है। इसी कड़ी में बिहार सरकार ने किसानों को केला (Plantain) की खेती के लिए प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से यह योजना शुरू की है। इस योजना के तहत किसानों को वित्तीय सहायता (Financial Support) और उच्च गुणवत्ता वाले ऊतक संवर्धित पौधे (Tissue Cultured Plants) उपलब्ध कराए जाते हैं।

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कौन-कौन ले सकता है योजना का लाभ?

दोस्तों, अब सबसे बड़ा सवाल यही है कि इस योजना का लाभ किन किसानों को मिलेगा। तो चलिए जानते हैं –

  1. आवेदक बिहार का स्थायी निवासी होना चाहिए।
  2. आवेदक किसान होना चाहिए।
  3. किसान के पास कम से कम 0.25 एकड़ (0.1 हेक्टेयर) और अधिकतम 10 एकड़ (4 हेक्टेयर) कृषि भूमि होनी चाहिए।
  4. किसान को DBT पोर्टल पर रजिस्टर्ड (Registered) होना जरूरी है।
  5. इस योजना का लाभ बिहार के 15 जिलों के किसानों को मिलेगा –
    अरवल, भोजपुर, बक्सर, गोपालगंज, जहानाबाद, कैमूर, लखीसराय, मधेपुरा, नवादा, सारण, शिवहर, सीतामढ़ी, सीवान, सुपौल और शेखपुरा।

आरक्षण और प्राथमिकता

दोस्तों, सरकार ने यह सुनिश्चित किया है कि योजना का लाभ समाज के हर वर्ग तक पहुँचे। इसके लिए आरक्षण इस प्रकार तय किया गया है –

  • सामान्य वर्ग: 78.56%
  • अनुसूचित जाति (SC): 20%
  • अनुसूचित जनजाति (ST): 1.44%
  • महिला सहभागिता (Women Participation): 30%

यानी महिलाओं को भी इस योजना में खास प्राथमिकता दी गई है।

लाभ (Benefits)

दोस्तों, अब जान लेते हैं कि इस योजना के तहत किसानों को कितनी सहायता मिलेगी –

  • पहला वर्ष (First Year): ₹46,875/- प्रति हेक्टेयर
  • दूसरा वर्ष (Second Year): ₹15,625/- प्रति हेक्टेयर
  • इसके अलावा किसानों को उच्च गुणवत्ता वाले Tissue-Cultured पौधे भी दिए जाएंगे।

आवेदन प्रक्रिया (Application Process)

चरण 1: DBT पोर्टल पर पंजीकरण (Registration)

  1. DBT पोर्टल पर जाएं।
  2. आधार वेरिफिकेशन (OTP / Bio-Auth / IRIS) करें।
  3. आधार नंबर और नाम दर्ज कर “Authentication” पर क्लिक करें।
  4. OTP दर्ज करें और “Validate” करें।
  5. किसान क्रेडिट कार्ड (KCC) डिटेल्स कन्फर्म करें और “Farmer Registration” पर क्लिक करें।
  6. अपनी जानकारी भरें – किसान की जानकारी, भूमि विवरण, बैंक डिटेल्स आदि।
  7. सबमिट करने के बाद OTP से वेरिफाई करें और Registration Id प्राप्त करें।

चरण 2: योजना के लिए आवेदन (Apply for Scheme)

  1. आधिकारिक वेबसाइट पर जाएं।
  2. नीचे स्क्रॉल करके चेकबॉक्स से सहमति दें और “Proceed to Apply” पर क्लिक करें।
  3. “Type of Applicant” चुनें और DBT Registration Number डालें।
  4. आवश्यक विवरण भरें – पता, भूमि संबंधी जानकारी, बैंक डिटेल्स आदि।
  5. दस्तावेज अपलोड करें और चेकबॉक्स कन्फर्म करके आवेदन सबमिट करें।

निष्कर्ष

दोस्तों, जैसा कि आपने देखा, बिहार सरकार की केला विकास योजना किसानों के लिए एक शानदार अवसर है। इससे न केवल किसानों की आमदनी बढ़ेगी बल्कि राज्य में बागवानी फसलों की खेती को भी बढ़ावा मिलेगा। यदि आप भी बिहार के किसान हैं और उपरोक्त जिलों में रहते हैं, तो इस योजना का लाभ अवश्य उठाएं। दोस्तों, यदि आपके अंदर भी इस योजना से जुड़ी हुई कोई जानकारी या अनुभव है तो हमें कमेंट सेक्शन में जरूर बताइए।

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