नमस्कार दोस्तों 🙏 आप सभी का हमारे नए आर्टिकल में स्वागत है। दोस्तों आज हम आपके लिए एक ऐसी योजना की जानकारी लेकर आए हैं जो सीधे-सीधे हमारे किसानों की जेब और उनकी मेहनत से जुड़ी हुई है। आप सभी जानते ही होंगे कि खेती किसानी कोई आसान काम नहीं है—कभी बारिश ज्यादा हो जाती है, कभी सूखा पड़ जाता है, कभी कीड़े लग जाते हैं, तो कभी आंधी-तूफान सब बर्बाद कर देता है। ऐसे में किसान भाई बेचारे सोचते हैं – “अब बैंक का कर्जा कौन चुकाएगा?” 😔
लेकिन घबराइए नहीं दोस्तों! क्योंकि सरकार लेकर आई है प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना 2025 (Pradhan Mantri Fasal Bima Yojana – PMFBY)। इसे 18 फरवरी 2016 को लॉन्च किया गया था और इसका मकसद है किसानों को फसल खराब होने पर आर्थिक सुरक्षा देना। चलिए विस्तार से जानते हैं।
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पीएम फसल बीमा योजना का उद्देश्य क्या है?
दोस्तों, इस योजना का सबसे बड़ा उद्देश्य है –
- किसानों को फसल खराब होने पर मुआवजा देना।
- उनकी आमदनी को स्थिर रखना ताकि खेती का काम चलता रहे।
- किसानों को नई-नई तकनीक और मॉडर्न खेती अपनाने के लिए प्रोत्साहित करना।
- फसल विविधीकरण और किसानों की आर्थिक स्थिति को मजबूत बनाना।
सीधी भाषा में समझें तो ये योजना किसानों को “सेफ्टी नेट” देती है। जैसे आपके मोबाइल पर कवर होता है, वैसे ही खेती के लिए ये बीमा कवर है। 😃
योजना के फायदे (Benefits)
अब दोस्तों, फायदे जान लीजिए, नहीं तो आधी जानकारी अधूरी रह जाएगी –
🌾 कम प्रीमियम पर ज्यादा सुरक्षा
- खरीफ की फसल – केवल 2% प्रीमियम
- रबी की फसल – केवल 1.5% प्रीमियम
- सालाना कमर्शियल/बागवानी फसल – 5% प्रीमियम
बाकी का प्रीमियम सरकार खुद देती है। मतलब किसान को कम खर्च, ज्यादा फायदा।
🌾 पूरा कवरेज
- सूखा, बाढ़, कीड़े-मकोड़े, बीमारी, आंधी-तूफान सबका कवरेज।
- कटाई के बाद 14 दिन तक फसल अगर खराब हो जाए (जैसे आंधी या ओलावृष्टि से) तो उसका भी क्लेम मिलेगा।
🌾 जल्दी मुआवजा
सरकार का दावा है कि क्लेम फसल कटने के दो महीने के अंदर मिल जाएगा। (हाँ दोस्तों, कभी-कभी लेट भी हो जाता है, लेकिन उम्मीद तो अच्छी ही रखनी चाहिए 😅)।
🌾 टेक्नोलॉजी से ट्रैकिंग
अब ड्रोन, मोबाइल ऐप और सैटेलाइट से पता लगाया जाता है कि फसल का कितना नुकसान हुआ है।
योजना में कौन-कौन से रिस्क कवर होते हैं?
- प्राकृतिक आपदा जैसे आग, बिजली, तूफान, बाढ़, सूखा
- कीड़े या बीमारियों से नुकसान
- बुवाई न हो पाना (Prevented Sowing) – मौसम खराब होने से अगर बोआई ही न हो पाए तो 25% तक क्लेम
- लोकल आपदा (Hailstorm, Landslide वगैरह)
- कटाई के बाद नुकसान (14 दिन तक का कवरेज)
कौन कर सकता है आवेदन? (Eligibility)
- सभी किसान (चाहे मालिक हों या बटाईदार यानी Sharecropper)
- नोटिफाइड एरिया और फसल ही कवर होंगी
- वैध जमीन का कागज होना चाहिए (ROR, LPC आदि)
- बीमा बुवाई के 15 दिन के अंदर कराना जरूरी
क्या कवर नहीं होता? (Exclusions)
- गैर-नोटिफाइड एरिया की फसलें
- सीजन से बाहर का नुकसान
- किसान की लापरवाही से हुआ नुकसान
- प्रीमियम न भरने पर बीमा कैंसिल
आवेदन कैसे करें? (Application Process)
दोस्तों, अब सबसे जरूरी बात – Apply कैसे करना है?
- सबसे पहले PMFBY की वेबसाइट पर जाएं।
- “Farmer Corner” में जाकर “Guest Farmer” पर क्लिक करें।
- रजिस्ट्रेशन फॉर्म भरें – नाम, मोबाइल, आधार, बैंक डिटेल आदि।
- OTP डालकर लॉगिन करें और Crop Insurance के लिए फॉर्म भर दें।
- डॉक्यूमेंट अपलोड करें और सबमिट कर दें।
- पेमेंट करने के बाद रिसीट प्रिंट कर लें।
- Application Status भी ऑनलाइन ट्रैक कर सकते हैं।
किन-किन डॉक्यूमेंट की जरूरत होगी?
- पासपोर्ट साइज फोटो
- आधार कार्ड / पैन कार्ड / वोटर आईडी
- बैंक पासबुक
- जमीन का कागज (ROR/LPC आदि)
- फसल बोने का डिक्लेरेशन
निष्कर्ष
तो दोस्तों, ये थी प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना 2025 (PMFBY) की पूरी जानकारी। अगर आप किसान हैं तो इस योजना का फायदा जरूर उठाइए। आखिर मेहनत से बोई गई फसल को किसी आपदा के भरोसे क्यों छोड़ना? दोस्तों, जैसा कि आप जानते हैं – “किसान खुश तो देश खुश”। तो आप भी इस योजना को अपने गांव के दूसरे किसानों तक जरूर पहुंचाइए। और हाँ 😄 अगर आपके पास भी इस योजना से जुड़ा कोई अनुभव है तो नीचे कमेंट बॉक्स में जरूर लिखें।